
भारत एक धर्मनिरपेक्ष राष्ट्र है लेकिन विगत कुछ वर्षों से नरेंद्र मोदी जी ने जिस तरह देश को एक रंग में रंगने की कोशिश कर रहे हैं क्या भारत अपनी संवैधानिक सोच यानी कि धर्मनिरपेक्ष राष्ट्र के रूप में अपने वजूद को बचा पाएगी यह चिंता का विषय है।

विपक्ष लगातार यह सवाल खड़ा कर रहा है भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपने शासन सत्ता का दुरुपयोग कर रहे हैं और भारत को हिंदू राष्ट्र की तरफ ले जाने में अग्रसर है । देश में विपक्ष की चिंता वाजिब है क्यू की मोदी जी के फैसले में आरएसएस का एजेंडा दिखता है जिसमें कहा गया है भारत एक हिंदू राष्ट्र है और वह हिंदू राष्ट्र बनकर रहेगा ।

आज जिस तरीके से राजदंड को संसद भवन में स्थापित किया गया एक क्षण के लिए ऐसा लगा मोदी जी राजदंड नही खुद का राज्याभिषेक कर रहे है ।
देश की राजनीति है पक्ष विपक्ष अपनी अपनी चाले चलते रहेंगे लेकिन लेकिन देखना यह है नए संसद भवन से देश में महंगाई , बेरोजगारी, महिला सुरक्षा, वंचितो की हक में कितना बदलाव आता है ।
